चारधाम यात्रा 2025 की शुरुआत 30 अप्रैल से होगी। इसी दिन गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए जाएंगे। इसके बाद:
2 मई को केदारनाथ धाम के कपाट खुलेंगे।
4 मई को बद्रीनाथ धाम के कपाट भक्तों के दर्शन के लिए खोले जाएंगे।
हर साल की तरह, यह यात्रा लगभग 6 महीने तक चलेगी, और ठंड के मौसम में मंदिरों के कपाट बंद कर दिए जाएंगे
साथ ही यात्रा को सफल बनाने के लिए जुड़े रहिये Uttarakhanddarshan.com के साथ।
चारधाम यात्रा का महत्व
चारधाम यात्रा का उल्लेख वेदों और पुराणों में अत्यंत शुभ और मोक्ष प्रदान करने वाली यात्रा के रूप में किया गया है। इस यात्रा में केदारनाथ, बद्रीनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री शामिल हैं, जिनका दर्शन करने से जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।
चारधाम यात्रा के लाभ:
✔ पापों से मुक्ति: धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, यह यात्रा करने से जीवन के पाप समाप्त हो जाते हैं।
✔ मानसिक और शारीरिक शुद्धि: यह यात्रा मानसिक शांति और आध्यात्मिक अनुभव प्रदान करती है।
✔ स्वास्थ्य लाभ: हिमालय की पवित्र वायु और प्राकृतिक सौंदर्य तन और मन को स्वस्थ बनाते हैं।
क्या आप इस पावन यात्रा के लिए तैयार हैं? चारधाम के कपाट जल्द ही खुलने वाले हैं, जिससे श्रद्धालु अपनी आध्यात्मिक यात्रा आरंभ कर सकेंगे।
चारधाम यात्रा होने वाली है – रजिस्ट्रेशन शुरू!
Chardham Yatra 2025: चारधाम के कपाट शीघ्र ही खुलने वाले हैं
चारधाम के पवित्र मंदिरों के दरवाजे भक्तों के लिए जल्द ही खुलने वाले हैं, जिससे उन्हें दिव्य दर्शन का अवसर प्राप्त होगा। यह माना जाता है कि चारधाम की यात्रा करने से व्यक्ति के पापों का नाश होता है और जीवन की सभी कठिनाइयाँ दूर हो जाती हैं। साथ ही, इस पवित्र यात्रा के माध्यम से स्वास्थ्य में भी अद्भुत लाभ प्राप्त होते हैं। साथ ही यात्रा को सफल बनाने के लिए जुड़े रहिये Uttarakhanddarshan.com के साथ।
आसान रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया
चार धाम यात्रा की प्रक्रिया को और सरल बनाने के लिए उत्तराखंड सरकार ने विशेष प्रबंध किए हैं:
2025 में चार धाम यात्रा 30 अप्रैल से आरंभ होगी. इसी दिन गंगोत्री और यमुनोत्री मंदिरों के कपाट श्रद्धालुओं के लिए खोले जाएंगे. इसके पश्चात, 2 मई को केदारनाथ धाम और 4 मई को बद्रीनाथ धाम के दरवाजे भक्तों के दर्शन हेतु खुलेंगे. हर वर्ष की भांति, यह यात्रा लगभग 6 महीने तक चलेगी और फिर ठंड के मौसम में मंदिरों के कपाट बंद कर दिए जाएंगे. Chardham Yatra 2025: चारधाम की यात्रा को वेदों और पुराणों में अत्यंत शुभ माना गया है, और इसके विशेष महत्व पर भी प्रकाश डाला गया है. चारधाम में केदारनाथ, बद्रीनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री शामिल हैं, जिनकी यात्रा और दर्शन का विशेष महत्व है. चारधाम के कपाट जल्द ही खुलने वाले हैं, जिससे श्रद्धालुओं को दर्शन का अवसर प्राप्त होगा. मान्यता है कि जो लोग चारधाम की यात्रा करते हैं, उन्हें पापों से मुक्ति मिलती है और जीवन की सभी समस्याएं समाप्त हो जाती हैं. इस यात्रा से स्वास्थ्य की भी प्राप्ति होती है. आइए जानते हैं कि चारधाम की यात्रा की शुरुआत कब से हो रही है और इसके महत्व क्या हैं
चार धाम यात्रा की प्रक्रिया को सरल बनाने के उद्देश्य से, हरिद्वार और ऋषिकेश में 20 रजिस्ट्रेशन केंद्र स्थापित किए जाएंगे, जिनमें विकासनगर में 15 काउंटर शामिल होंगे. श्रद्धालु उत्तराखंड सरकार की आधिकारिक वेबसाइट registrationandtouristcare.uk.gov.in के माध्यम से रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं, जो 1 मार्च, 2025 से प्रारंभ होगा. यह ध्यान देने योग्य है कि चार धाम यात्रा के रजिस्ट्रेशन के लिए कोई शुल्क नहीं लिया जाएगा.
रजिस्ट्रेशन केंद्र:
हरिद्वार और ऋषिकेश में कुल 20 रजिस्ट्रेशन केंद्र स्थापित किए जाएंगे।
इनमें से 15 काउंटर विकासनगर में स्थित होंगे, ताकि भक्त आसानी से रजिस्ट्रेशन कर सकें।
ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन:
श्रद्धालु उत्तराखंड सरकार की आधिकारिक वेबसाइट registrationandtouristcare.uk.gov.in के माध्यम से रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं।
रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया 1 मार्च, 2025 से प्रारंभ हो जाएगी।
कोई शुल्क नहीं:
यह ध्यान देने योग्य है कि चार धाम यात्रा के रजिस्ट्रेशन के लिए किसी भी प्रकार का शुल्क नहीं लिया जाएगा।
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